सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय
प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत
के बैनर तले हिंदी प्रचार- प्रसार कार्यक्रम के अंतर्गत “ साप्ताहिक राष्ट्रीय कार्यशाला- ‘हिंदी अनुवाद प्रशिक्षण’ 26-30 नवंबर 2012 ” का उद्घाटन सोमबार को धूमधाम से संपन्न हुआ | समारोह मे मुख्य अतिथि पद पर प्रशिक्षण कार्यशाला के
प्रवक्ता,राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय केन्द्रीय अनुवाद ब्यूरो के अधिकारी श्री
वी आर नौटियाल जी एवं विशिष्ट अतिथि पद पर श्रीमती मीना गुप्ता जी विराजमान
थे |इनके अलावा निदेशक डॉ. पी.
डी. पोरे , कुलसचिव डॉ एच. ए. परमार , कार्यक्रम के संयोजक का. हिंदी अधिकारी डॉ. के. डी.
यादव मंचासीन थे |
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया | तद्पश्चात डॉ. के डी यादव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की | मौके पर मुख्य अतिथि प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रवक्ता ने हिंदी की उपयोगिता के संदर्भ मे कई तथ्यों को प्रस्तुत किया और काम-काज के दौरान अनुवाद के महत्वों एवम जरूरतों को भी समझाया | साथ ही विशिष्ट अतिथि ने कहा “ आज की परिस्थितियों में विज्ञान व् हिंदी का विकास दोनों ही महत्वपूर्ण है “जो ऐसे कार्यक्रम के द्वारा ही संभव है | साथ ही अनुवाद के महत्वों को भी आलोकित किया और प्रतिभागियों को आश्वासन भी दिया कि वो इस कार्यशाला सम्पन्न होने के वाद एक अच्छे अनुवादक भी हो जाएंगे | इसके लिए एक दूसरे को सहयोग करने की गुहार लगायी | कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने संस्था के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी| निदेशक व कुलसचिव ने आयोजित कार्यशाला हिंदी अनुवाद प्रशिक्षण की आवश्यकता को , पत्राचार के दौरान संस्थान मे घटित घटनाओं को उदहारण स्वरुप पेश कर समझाया और भविष्य में ऐसे और भी कार्यशाला आयोजित किये जायेंगे ऐसी घोषणा की | कार्यशाला में लगभग 60 प्रतिभागी शरीक हुए जो किसी न किसी संस्थान में राजभाषा से जुड़े हैं |अंत में सभी अतिथियों को भेंट देकर धन्यवाद ज्ञापन के साथ उदघाटन समारोह संपन्न हुआ | मंच संचालक की भूमिका चन्द्रशेखर प्रसाद एवं यशराज चौधरी निभा रहे थे |
प्रशिक्षण कार्यशाला का
मुख्य उद्देश्य राजभाषा (हिंदी) भाषा से जुड़ी तकनीकी बारीकियों से बताना है | जो
आज से आरम्भ हुई और सप्ताह भर चलेगी
|राजभाषा प्रचार-प्रसार के लिए संस्थान द्वारा किया जाने वाला एक प्रयास है |
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