Sunday, January 26, 2014

विश्व हिंदी दिवस समारोह, 2014 सम्पन्न :

                   सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत के द्वारा वर्ष 2014  में विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया | इस अवसर पर संस्थान के द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये | 8 जनवरी को स्कूली बच्चों के लिए सुई धागा,नींबू दौड़, गणित दौड़, रस्सी कूद एवं श्रुतलेख  प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | 9 जनवरी को संस्थान के विद्यार्थियों के लिए सुई धागा, श्रुतलेख, मैराथन (विश्व एकता दौड़) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | साथ ही 10 जनवरी को संस्थान में सुबह सुबह घुमाने आने वाले सूरत निवासियों के बीच राजभाषा प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु उनके लिए तेज टहलो प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था| समाजसेवा निमित राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा 10 जनवरी को सुबह रक्त दान शिविर का भी आयोजन किया गया था | इस अवसर पर सूरत निवासी, स्कूली विद्यार्थी व संस्थान परिवार के सभी सदस्यों (छात्र,  शिक्षक, कर्मचारी) के द्वारा बढ-चढ उत्साह देखा गया एवं कुल 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया | सभी ने  अपनी प्रतिभा को उजागर करने की कोशिश की | विजयी प्रतिभागी को चुनने में निर्णायक मंडल को काफी मंथन करना पड़ा और प्रत्येक प्रतियोगिताओ के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय, एवं दो सांत्वना पुरस्कार  निर्धारित किये गए |


                                 10 जनवरी 2013 को सुवह संदेश लेखन का कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्व हिन्दी दिवस के बारे में जानकारी देना एवं हिन्दी के प्रति जागरुकता लाना | हमारे संस्थान में सुवह टहलने एवं पर्यावरण का  आनन्द लेने के लिये के लिये शहर के कोने कोने से लोग आते हें | संदेश लेखन कार्यक्रम में लोगों से यह कहा गया कि हिन्दी को विश्व पटल पर देखने के लिये आप अपना संदेश लिखें इस कार्यक्रम में सभी लोंगों ने उत्साहित होकर हिस्सा लिया एवं अच्छे अच्छे संदेश लिखे | इस अवसर पर जलपान की व्यवस्था की गयी एवं सभी लोगों को राजभाषा प्रकोष्ठ के द्वारा डिजाइन कि गये नये वर्ष के कैलन्डर भी वितरित किये गये |


                                     10 जनवरी 2013 को सांयकाल विश्व हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे | समारोह मे मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य आयुक्त भविष्य निधि,मंच पर विराजमान थे | इनके अलावा सूरत व संस्थान के निदेशक डॉ. पी. डी. पोरे, कुलसचिव एच.ए.परमार,  एवं का. हिंदी अधिकारी डॉ. के.डी.यादव मंचासीन थे |कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम के शुरुआत सरस्वती वंदना एवं  दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गयी सर्वप्रथम डॉ. के डी यादव ने विश्व हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है एवं इसका क्या उद्देश्य है इसके बारे में बताया | तद्पश्चात आयोजित कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी इस मौके पर मुख्य अतिथि  ने हिन्दी  की  उपयोगिता के संदर्भ मे कई तथ्यों को प्रस्तुत किया और काम- काज के दौरान हिंदी के महत्वों एवं जरूरतों को भी समझाया | साथ ही कहा  कि  आज की परिस्थितियों में विज्ञान व् हिंदी का विकास दोनों ही महत्वपूर्ण है जो ऐसे कार्यक्रम के द्वारा ही संभव हैउनका मानना है कि हिंदी ही व्यक्ति कि भावनात्मक अभिव्यक्ति को व्यक्त करने में सक्षम हैमौके पर उन्होंने संस्थान के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रसंशा की| उन्होंने बताया की सूरत शहर का विश्व हिन्दी दिवस का यह पहला कार्यक्रम है जो  सूरत शहर के अन्य कार्यालयों के लिए प्रेरणा श्रोत है| उन्होंने यह भी कहा की वह सूरत शहर के अन्य कार्यालयों को भी विश्व हिंदी दिवस मनाने के लिए प्रेरित करेंगे| निदेशक व कुलसचिव ने आयोजित कार्यक्रम की आवश्यकता को बताया और भविष्य में ऐसे और भी कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे ऐसी घोषणा की|


                       विश्व हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर संस्थान की पत्रिका “ध्वनि” प्रथम संस्करण  का विमोचन किया गया| इसमे राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रम प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं व अन्य सभी गतिविधियों के सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी है |इसके आलावा संस्थान से जुड़े अन्य आवश्यक जानकारीयों  के साथ साथ यह साहित्य व मनोरंजन का एक अच्छा मध्यम है| इसके संपादक चन्द्रशेखर प्रसाद एवं यश राज चौधरी हैं| जिन्होंने अपनी सोंच को “ध्वनि” के मध्यम से नया आयाम दिया| साथ ही देश के सुप्रसिद्ध कवियों के स्वरचित कविताओं के संग्रह “काव्य कुम्भ” एलबम (सी.डी.) जिसमे संस्थान के छात्र चन्द्रशेखर प्रसाद(सदस्य राजभाषा प्रकोष्ठ)की भी स्वरचित कवितायें है| अतिथियों के कर-कमलों से “काव्य कुम्भ” एलबम (सी.डी.)का भी लोकार्पण किया गया| समारोह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को मंचासीन अतिथियों  के कर कमलों द्वारा पुरस्कृत किया गया, जिसमे राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा कुल 87 हजार रुपये कि नकद राशि का वितरण किया गया| साथ ही राजभाषा प्रकोष्ठ के द्वारा डिजाइन किय गये नये वर्ष के कलेन्डर, प्लानर का भी विमोचन किया गया| अंत में सभी अतिथियों को भेंट देकर धन्यवाद ज्ञापन के साथ विश्व हिंदी दिवस समारोह संपन्न हुआ| मंच संचालन की भूमिका
चन्द्रशेखर प्रसाद निभा रहे थे |

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